Moral Stories For Children in Hindi { जीको की साइकिल }

Moral Stories For Children in Hindi

जीको जेब्रा सुंदरबन में रहता था वह अमीर था फिर भी रुपए  खर्च नहीं करता था खाने-पीने की चीजों पर भी उसकी जेब से पैसे नहीं निकलते। सुंदरबन में जीको की आदत हर कोई जानता था एक दिन जीको सब्जी खरीदने बाजार गया मोंटी बंदर की दुकान  में पहुंचकर बोला

”मोंटी मुझे एक आलू प्याज दो मिर्ची और दो भिंडी तोल दो”

मोंटी ने जीको को ऊपर से नीचे तक देख कर कहा, जीको तुम गलत दुकान पर आ गए यह पेन पेंसिल की दुकान नहीं जो तुम्हें एक और दो दूं, ‘यहां सब्जी बिकती है किलो के भाव से अगर कहो तो तोल कर तुम्हें दे दूं”

‘क्या लूट मचा रखी है ” मैं 1 किलो आलू प्याज और सब्जी लेकर क्या करूंगा मुझे तो एक-दो ही चाहिए,

”जीको ने चिढ़ कर कहा”

माफ करो जीको मैं तुम्हें सब्जी नहीं दे सकता तुम कहीं और जाओ, ”मोंटी ने कहा” जीको बडबडाता हुआ आगे बढ़ गया. कई दुकान ढूंढने के बाद भी उसे इतनी कम सब्जी देने को कोई तैयार नहीं हुआ हार कर उसे ज्यादा सब्जी खरीदनी पड़ी,

जीको सब्जी खरीदकर ऑटो स्टैंड के पास खड़ा हो, गया गोबू गधे की ऑटो देख कर जीको ना रुकने का इशारा किया, घर पहुंचाने का कितना किराया लोगे 15 रुपए गोबू ने कहा, मेरे घर तक का ₹10 किराया है तो 15 क्यों दूं,

”जीको ने गुस्से में कहा”

जीको तुम्हारा घर बहुत दूर है वहां जाने के ₹15 ही लगेंगे अगर चलना है तो बैठ जाओ गोबू बोला, मुझे नहीं जाना तुम्हारी ऑटो में, मैं  पैदल ही चला जाऊंगा ”जीको झुंझलाता हुआ बोला”

थोड़ी दूर पर खड़ा कोको कछुआ जीको और गोबू की बातें सुन रहा था, जीको के पास आकर कोको ने कहा जीको एक सलाह दूं? नहीं मुझे कोई सलाह नहीं चाहिए, जीको ने कहा” घबराओ नहीं मैं सलाह देने के पैसे नहीं लूंगा यह बिल्कुल मुफ्त है,

”कोको ने मुस्कुराकर कहा” ठीक है जल्दी कहो, ”जीको बोला” तुम एक साइकिल क्यों नहीं खरीद लेते तुम्हारा घर दूर है ऑटो से आने जाने में काफी पैसे खर्च होते हैं,

Moral Stories For Children in Hindi

साइकिल से समय भी बचेगा और पैसे भी, ”कोको ने समझाया” बात तो तुमने सही कही है, मैं इस बारे में सोचुंगा  ”जीको ना कहा” जब जीको पैदल घर पहुंचा तो बिल्कुल थक चुका था उसने मन बनाया कि आज ही एक साइकिल खरीदेगा।

जीको शाम को हनी हाथी की साइकिल की दुकान पहुंचा, हनी मुझे एक अच्छी साइकिल खरीदनी है, कितना खर्च आएगा, ”जीको ना पूछा”

मेरे पास एक से बढ़कर एक साइकिल है बताओ तुम्हे कैसी चाहिए। हनी ने कहा सबसे सस्ती और अच्छी, ”जीको बोला” 4000 से ₹5000 में अच्छी साइकिल आ जाएगी, ”हनी बोला” 4000 इतनी महंगी नहीं चाहिए मुझे तो हजार रुपए तक की साइकिल चाहिए जीको ने कहा.

जीको माफ करना मेरे पास तुम्हारे बजट की साइकिल नहीं है तुम किसी कबाड़ी की दुकान में जाओ वहां, तुम्हें हजार रूपए की साइकिल मिल जाएगी. ”हनी ने कहा” जीको अपने लिए साइकिल खरीदे बिना लौटने लगा रास्ते में सटकु लोमड की कबाड़ी की दुकान के पास जीको रुक गया,सटकू की दुकान में एक साइकिल खड़ी थी।.

‘जीको ने पूछा” सटकू क्या यह साइकिल बेचने के लिए रखी है, हां बेचने के लिए है 2 दिनों पहले ही यह साइकिल दुकान में आई है 1500 रुपए की है, अगर चाहिए तो कहो, ”सटकू बोला” 1500 रुपए तो ज्यादा कीमत है कुछ कम करो वैसे भी साइकिल काफी पुरानी लग रही है, ”जीको ने साइकिल को देखकर कहा.

साइकिल ज्यादा पुरानी नहीं है पड़े पड़े धूल जम गई है साफ करोगे तो नयी दिखेगी अगर खरीदनी है तो 1200₹ तक, में दे दूंगा, ”सटकू बोला” नहीं हजार रूपए से एक पैसा ज्यादा नहीं दूंगा अगर बेचनी है तो बोलो, जीको ने जिद की तो सटकू भी मान गया हजार रूपए में साइकिल लेकर जीको खुश हुआ।

अगले दिन जीको साइकिल को साफ़ कर रहा था उसके पड़ोसी तब्बू खरगोश ने देखा तो, हैरानी से पूछा जीको यह खटारा साइकिल कहां से उठा लाए कल शाम में, मेने इसे सटकू से खरीदी है यह ज्यादा पुरानी नहीं है बस थोड़ी सी धूल जम गई है, उसे ही साफ कर रहा हूं।  ”जीको ने समझाया”

कबाड़ी की दुकान में टूटी-फूटी साइकिल ही मिलेगी अगर खरीदनी थी तो नयी खरीद लेते खटारा साइकिल में सफर करना बुद्धिमानी नहीं है, तुम्हारी कंजूसी की वजह से कहीं लेने के देने न पड़ जाएं, तब्बू ने सावधान किया.

Moral Stories For Children in Hindi

4000 की नई साइकिल की जगह हजार रुपए में पुरानी साइकिल लेने में क्या हर्ज है, इससे मेरे काफी रुपयों की बचत हुई है वैसे भी मुझे साइकिल से कौन सी रेस लगानी है, बाजार ही तो जाना है, जीको ने मुस्कुरा कर कहा.

साइकिल को साफ करने के बाद जीको उस पर सवार होकर बाजार की ओर निकला जीको अपनी मस्ती में गाना गुनगुनाते हुए साइकिल चला रहा था, तभी दूसरी ओर से तेज रफ्तार से एक कार आती दिखी जीको ने साइकिल को किनारे की तरफ मोड़कर ब्रेक लगाया, पर ब्रेक लगी नहीं जीको ने पूरी ताकत से ब्रेक लगाया.

फिर भी ब्रेक नहीं लगी, सड़क किनारे गुफी बैल खड़ा था जीको ने उसे जोर से टक्कर मार दी, गुफी सड़क पर गिर  पड़ा जीको गिरते-गिरते बचा ”हाय मेरा पैर टूट गया, गुफी कराहने लगा, गुफी बड़ी मुश्किल से लंगडाते हुए उठा  फिर जेको का गला पकड़ कर चीखा, अगर साइकिल चलानी नहीं आती तो इसे लेकर सड़क पर निकले क्यों।

तुम्हारी वजह से मेरे पैर में चोट लग गई, माफ करना दोस्त मैंने जानबूझकर टक्कर नहीं मारी दरअसल साइकिल में ब्रेक नहीं लगा इसलिए दुर्घटना हो गई।

”जीको ने सफाई दी” मैं कुछ सुनना नहीं चाहता मेरे पैरों में काफी चोट लगी है मुझे अस्पताल जाकर इलाज कराना होगा मुझे इलाज का खर्च दो वरना में तुम्हारी शिकायत पुलिस से करूंगा।

”गुफी बोला” पुलिस का नाम सुनकर जीको घबरा गया उसने गुफी को शांत करते हुए कहा दोस्त बात बढ़ाने से क्या फायदा” मैं तुम्हें इलाज के पैसे देता हूं जीको ने ₹500 निकालकर गुफी को दे दिए गुफी से पीछा छूटने पर  जीको ने चैन की सांस ली।

उसने बाजार पहुंचकर सबसे पहले साइकिल का ब्रेक ठीक करवाया बाजार से सब्जी खरीदकर घर लौटने लगा फिर दुर्घटना ना घट जाए यह सोचकर जीको सड़क किनारे धीरे-धीरे साइकिल चला रहा था, अभी वह कुछ दूर बढा ही था की एक तेज आवाज हुई।

जीको साइकिल सहित सड़क किनारे गड्ढे में जा गिरा जब आंख खुली तो अस्पताल में पड़ा पाया उसके हाथ पैर में पट्टी बंधी थी कोको और तब्बू उसके सामने खड़े थे, में यहाँ कैसे आ गया मुझे क्या हुआ है.

”जीको ना कराहते हुए पूछा” तुम्हारी साइकिल का टायर फट गया था इस वजह से तुम सड़क किनारे गड्ढे में गिरकर बेहोश हो गए थे कोको वहां से गुजर रहा था उसने तुम्हे अस्पताल पहुंचाया फिर मुझे सूचना दी। ”तब्बू ने बताया”

घबराओ नहीं तुम्हारे हाथ पैर में चोट लगी है इस वजह से दर्द है डॉक्टर ने दवाई दी है, थोड़ी देर में दर्द कम हो जाएगा,  कुछ जांच अभी बाकी है 2 दिन तुम्हें अस्पताल में ही रहना होगा। ”कोको ने कहा”

Moral Stories For Children in Hindi

वह दुर्घटना तुम्हारी खटारा साइकिल की वजह से हुई उसके सारे पुर्जे पुराने थे मैंने पहले ही तुम्हे सचेत किया था, थोड़े से पैसे बचाने के चक्कर में तुमने अपनी जान मुसीबत में डाल दी।  ”तब्बू बोला”

जीको की आंखों में आंसू आ गए हां दोस्त तुम सही कह रहे हो इस दुर्घटना की सबसे बड़ी वजह वह पुरानी साइकिल है, अपनी कंजूसी की वजह से आज में अस्पताल आ गया साइकिल खरीदने से पहले मुझे उसके ब्रेक टायर और पुर्जों की जांच करनी चाहिए थी।

पुरानी साइकिल खरीदकर मैंने पैसे जरुर बचाए पर अस्पताल आकर ज्यादा पैसे, गवां दिए, आइन्दा में सेहत से  जुडी चीजों में कंजूसी नहीं करूंगा, जीको ने पुरानी साइकिल को बेचकर नयी साइकिल खरीदने का वादा भी किया।

तो दोस्तों कमेंट में बताएं की आपको Moral Stories For Children in Hindi इस कहानी से क्या सिख मिलती है और हाँ ये भी बताना ना भूलें की ये कहानी आपको कैसी लगी धन्यवाद.

close